इस महंगाई के दौर में क्या कहीं 5 रुपये में नाश्ता और 8 रुपये में खाना मिल सकता है? जी हां, राजस्थान में गुरुवार से शुरू हुई अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत ऐसा ही है.
लोगों को सस्ते दाम में मिलेगा पौष्टिक खाना
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तमिलनाडु की अम्मा कैंटीनों की तर्ज पर लोगों को सस्ता लेकिन पौष्टिक और सेहतमंद खाना मुहैया कराने के लिए इस योजना की शुरुआत की है. मुख्यमंत्री ने जयपुर के म्युनिसिपल ऑफिस में योजना को लॉन्च किया. इस दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक प्रणामी और जयपुर के मेयर अशोक लाहौटी भी वसुंधरा राजे के साथ मौजूद रहे.
सीएम के जिले झालावाड़ में सबसे पहले खुलेगी रसोई
इस योजना के पहले चरण में मुख्यमंत्री राजे के अपने जिले झालावाड़ के अलावा जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, बीकानेर, उदयपुर, भरतपुर, बारन, बांसवाड़ा, डुंगरपुर, भरतपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड-झालरापाटन में सब्सिडाइज्ड खाना मिलेगा. ये खाना मजदूरों, रिक्शा एवं ऑटो चालकों, कर्मचारियों, छात्रों, कामकाजी महिलाओं, बुजुर्गों, दिव्यांगों और जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा.
राजस्थान में चुनाव को बचा बस दो साल
बता दें कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव को दो साल का ही वक्त बचा है. ऐसे में वसुंधरा राजे ने वही रास्ता अपनाया है, जो तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता ने अपने राज्य में अपनाया था. तमिलनाडु में अम्मा कैंटीन योजना को लोगों ने हाथों-हाथ लिया. अब उसी तर्ज पर वसुंधरा राजे ने अन्नपूर्णा रसोई योजना की शुरुआत की है.
सीएम पर गरीबों की अनदेखी का आरोप लगाती रही है कांग्रेस
राजस्थान में विपक्षी पार्टी कांग्रेस वसुंधरा राजे सरकार पर आरोप लगाती रही है कि गरीबों के लिए सरकार ने पर्याप्त कल्याणकारी योजनाएं शुरू नहीं की. वसुंधरा राजे सरकार पर कांग्रेस यह आरोप भी लगाती रही है कि उसने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समय शुरू की गई योजनाओं और प्रोजेक्टों को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया. इसके लिए कांग्रेस ने मुफ्त दवा योजना को खत्म किए जाने का भी हवाला दिया.
इस महीने की शुरुआत में वसुंधरा राजे ने सरकार को धार देने की कवायद में मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को भी शामिल किया है.